तिहत्तर प्रभावित गांवों में 28 गांव उडुपी जिले के हैं। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कन्नड़, उडुपी, चिकमंगलुरू और शिवमोगा जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक 318 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है और 11 राहत शिविरों में 298 लोगों को रखा गया है। इसमें बताया गया कि 112 घर, 139 खंभे, 22 ट्रांसफॉर्मर, चार हेक्टेयर बागान को क्षति हुई है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को जिला प्रभारी मंत्रियों तथा उपायुक्त को प्रभावित जिलों में दौरा करने एवं बचाव तथा राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के दफ्तर ने एक बयान में कहा कि येदियुरप्पा ने तटीय जिलों के प्रभारी मंत्रियों तथा उपायुक्तों से रविवार को बात की और स्थिति का जायजा लिया। बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने उनसे चक्रवात से प्रभावित इलाकों का दौरा करने और राहत और बचाव कार्य शुरू करने को कहा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य सरकार से किसी भी आपात सहायता की जरूरत पड़ने पर संबंधित मंत्रियों या उन्हें फोन किया जाए। कर्नाटक आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, रात में मुख्य तौर पर तटीय और मलनाड जिलों में भारी बारिश हुई है।
बयान के मुताबिक, आठ जिलों में भारी बारिश हुई है। इसमें बताया गया कि कर्नाटक के तटीय इलाकों में 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ भारी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश की चेतावनी दी है। हालांकि, आईएमडी ने कहा कि राज्य में रविवार को तटीय और निकटवर्ती घाट वाले जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
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