(पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज) 8 मई 2021 कानपुर :- एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी सरकार में नौकरशाही को पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करने की सलाह दे रहे है लेकिन कुछ विभाग ऐसे भी है जो सूबे के मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार करते हुए अपनी जेब को भरने के लिए भ्रष्टाचार को गले लगाये हुए एक ईमानदार मुख्यमंत्री को दूषित करने की कोई कसर नही छोड़ रहे है । हम बात कर रहे है कानपुर नगर के सबसे भ्रष्ट विभागों में शुमार कानपुर विकास प्राधिकरण की जहाँ पर उच्च अधिकारियों का आदेश ताक में रख कर झूठी निस्तारण आँख्या प्रेषित कर गुमराह किये जाने का खेल चरम पर चलता है और ऐसा हम इसलिए कह रहे है कि सांस्कृतिक गृह निर्माण सहकारी समिति मौजा बिनगवां में समिति सचिव और भूमाफियाओं ने मिलकर आराजी संख्या 272 ,273, 274 ,276 ,277 ,278 में बिना ले -आउट स्वीकृत कराये प्लाटिंग कर दर्ज़नो निर्माण करवाये है जिसकी विभिन्न शिकायत शासन से लेकर कानपुर प्रशासन तक करी गयी लेकिन जैसे ही जाँच कानपुर विकास प्राधिकरण तक पहुँचती है भ्रष्टाचार से खेल शुरू हो जाता है जिसमें कई बार मंडलायुक्त कानपुर मण्डल ने भी जाँच कर कार्यवाही का आदेश दिया है लेकिन जाँच के नाम बार - बार आराज़ियों को चिन्हित्त कर कार्यवाही करने को प्रवर्तन विभाग जोन -3 एवं तहसीलदार -3 को आदेश दे दिया जाता है लेकिन कोई भी कार्यवाही दर्ज़नो की संख्या में बना अवैध निर्माण पर नही होती है जब कि सांस्कृतिक गृह निर्माण सहकारी समिति के सचिव और प्रबंध कमेटी ने अपने सदस्यों के साथ धोखाधड़ी करके चार करोड़ तीस लाख रूपए का घोटाला भी किया है ।
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