वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश पर बने ऊपरी हवा के चक्रवात और अरब सागर से महाराष्ट्र तक एक ट्रफ बना हुआ है। इसके साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी हिमालय क्षेत्र में सक्रिय है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने के कारण मध्य प्रदेश में हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इससे गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ी रही हैं। इसी क्रम में बुधवार को पशिचमी मध्य प्रदेश में तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं। विशेषकर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल,होशंगाबाद और जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं झमाझम बारिश भी हो सकती है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट भी होगी।
इधर इंदौर में मंगलवार दिनभर तेज गर्मी के बाद कई हिस्सों में बारिश ने मौसम खुशनुमा कर दिया। कहीं तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ तेज, तो कहीं धीमी गति से बारिश हुई। एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र के अनुसार मंगलवार शाम 6.35 से शाम सात बजे तक 3.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बारिश के दौरान 45 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चली। मौसम विभाग ने अगले एक-दो दिन तक शहर में ऐसी ही बारिश की संभावना जताई गई है।
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